क्या आप दिल्ली के जंंतर मंंतर का इतिहास जानते हो?क्या आप जानते हो ? इस जंंतर मंंतर का निर्माण किसने और क्यो करवाया? इस जंंतर मंंतर में ऐhjn
S, सा क्या है जो यह एक खास प्रसिध्द स्थल है! तो चलिये जानते है जंतर मंतर का इतिहास:-
दिल्ली का जंतर मंतर |
यह कहा पर है
यह भारत की राजधानी दिल्ली के केद्र संंसद मार्ग मेंं कर्नाटक पैलेस मेंं है।
दिल्ली के जंतर मंतर का इतिहास
दिल्ली में स्थित जंतर मंतर जो कि दिल्ली के कनॉट प्लेस में है यह स्थापत्य कला का अद्भुत नमूना है जो कि दिल्ली के प्रमुख पर्यटन स्थलों में गिना जाता है यह एक प्रकार से वैधशाला है इसको खगोलीय यंत्र द्वारा खगोल वैज्ञानिक का पता लगाया जाने के लिए स्थापना की गई थी। यह दिल्ली का दूसरा जंतर मंतर है इससे पहले जयपुर में जंतर मंतर की स्थापना की जा चुकी थी। इसके अलावा जंतर मंतर वेधशाला का निर्माण उज्जैन मथुरा व वाराणसी में भी किया गया था। ऐसा कहा जाता कि मोहम्मद शाह के शासनकाल में हिंदू और मुस्लिम खगोल शास्त्रियों में ग्रहों की स्थिति को लेकर बहस छिड़ गई थी जिसके कारण इस समस्या का निपटारा करने के लिए सवाई जयसिंह ने जंतर मंतर का निर्माण कराया इसके द्वारा ही ग्रह की गति मापने के लिए विभिन्न प्रकार के उपकरणों का निर्माण करवाया।
इसकी स्थापना किसने करवाई
दिल्ली के जंतर मंतर की स्थापना जयपुर के राजा सवाई जयसिंह द्वितीय ने 1724 में इसका निर्माण करवाया था। जंंतर मंतर के निर्माण करने के लिये राजा सवाई जयसिंह द्वितीय अपने राजदूतो को विदेश मेंं भेजकर काफी गहन अध्ध्यन करने के बाद जंतर मंतर का निर्माण करवाया था।
इस जंतर मंतर का रंग रुप व आकार और क्षेत्र
दिल्ली के जंतर मंतर का निर्माण लाल रंंग के रुप मेंं करवाया गया है जो ईट के पत्थरो के सहायता से किया गया था।
दिल्ली के जंतर मंतर मे बने यंत्र
जंतर मंतर मे राजा सवाई जयसिंह द्वितीय काफी यंत्रो का निर्माण करवाया। लेकिन दिल्ली के जंंतर मंतर में राजा सवाई जयसिंह द्वितीय द्वारा बनाये गये मुख्य यंत्र है वृहत सम्राट यंत्र, राम यंत्र, प्रकाश यंत्र आदी यंत्रो का निर्माण करवाया है:-
1. सम्राट यंत्र
दिल्ली के जंतर मंतर में बने सम्राट यंत्र का प्रयोग सूर्य की सहायता से वक्त और ग्रह की स्थिति जानकारी देने के लिए निर्माण किया गया है।
2. राम यंत्र प्रकाश यंत्र
इस संयंत्र का निर्माण इसलिए किया गया है कि जिससे खगोलीय पिंडों की गति के बारे में पता लगाया जा सके।
3. मिस्त्री यंत्र
दिल्ली में बने मित्र यंत्र का प्रयोग वस्त्र सबसे छोटे और बड़े दिन को नापने के लिए किया जाता है।
राजा सवाई सिंह द्वारा बनाए गए विभिन्न यंत्रों के बारे में जानने के लिए और जयपुर के जंतर मंतर के बारे में जानने के लिए देखे जयपुर के जंतर मंतर का इतिहास |
इस जंतर मंंतर मे प्रवेश शुल्क
भारत के लोगो प्रवेश शुल्क:- 5 रुपये/-
विदेशियो के लिये प्रवेश शुल्क: 100 रुपये/-
विदेशियो के लिये प्रवेश शुल्क: 100 रुपये/-
विडियो के लिये: 25 रुपये/-
इस जगह की वीडियो देखकर हमारे यूट्यूब चैनल पर
दिल्ली का जंतर मंतर अंदोलन व धरने के रुप में
देश मे कोई भीआंदोलन लन हो या धरना हो अगर यह दिल्ली मे केन्द्र सरकार के लिये किया जा रहा है तो यह अंंदोलन के लिये एक सबसे बडी जगह के रुप में माना जाता है। अन्ना हजारे व किसान का आंदोलन यहीं पर हुआ था।
यहां के यातायात के साधन
दिल्ली के जंतर मंतर में आप यहाँ पर बस, कार, दिल्ली मेट्रो व अन्य अपने साधन से आ सकते हो :
1. जहां का नियर मेट्रो स्टेशन पटेल चौक है।
2. जहां का नियर बस स्टॉप पालिका केंद्र है।
3. यहां का नियर रेलवे स्टेशन नई दिल्ली है।
4. यह इंडिया गेट व संसद मार्ग के रास्ते पर पड़ता है।
5. यहां का नियर हवाई अड्डा इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट है।
यहां पर घूमने लायक व इससे अलग जगह
अगर आप यहां पर दिल्ली के जंतर मंतर में घूमने के लिए आते हो तो आपको इसके अतिरिक्त यहां पर कई ऐसी जगह देखने को मिलेगी जहां पर आप परिवार दोस्तों या अन्य के साथ आनंद ले सकते हैं
1. सीपी पार्क( सेंट्रल पार्क)
यह पार्क दिल्ली का सबसे बड़ा पार्क माना जाता है स्पार्क दोस्तों और कपल्स के लिए सबसे अच्छा पार्क माना जाता है यह पार्क में सुबह-शाम आपको काफी मात्रा में भीड़ देखने को मिलेगी
इस पार्क में ही हमारे भारत का सबसे बड़ा झंडा लगा हुआ है
2. पालिका बाजार
पूरे दिल्ली में यहां का पालिका बाजार सबसे बड़ा बाजार माना जाता है यहां पर पूरे दिल्ली के लोग अपने लिए पूरे परिवार के लिए शॉपिंग करने के लिए आते हैं यहां पर सिनेमा हॉल, काफी बार,डांस बार आदि है:
3. इंडिया गेट
यहां पर आप दिल्ली के इंडिया गेट में भी आकर परिवार व दोस्तों के साथ घूम सकते हैं। इंडिया का भी एक अपना अलग इतिहास है जोकि अंग्रेजो के समय बनाया गया है यहां पर भारतीय सैनिक के सम्मान के लिए हमेशा ज्यौत जलती रहती हैं। इंडिया गेट का इतिहास देखें
4. गुरुद्वारा बंगला साहिब
यहाँ पर धार्मिक जगह भी है जो काफी संख्या मे पर्यटक यहाँ का आनंंद लेने के लिये व मन्नत मांगने आते है। गुरुद्वारा बंगला साहिब का इतिहास देखे।
5. ईसाई धर्म का चर्च
यहाँ पर दिल्ली का सबसे बड़ा व प्रसिद्ध चर्च माना जाता है। यहां पर 25 दिसंबर के दिन ईसाई धर्म के यीशु मसीह का जन्म के रूप में जन्मदिन या क्रिसमिस बनाया जाता है जिसमें ईसाई धर्म व अन्य लोग पर्यटक यहां पर पूजा करने व यहां का घूमने के लिए आते हैं। यहां का यह चर्च सबसे पुराना व अंग्रेजों के जमाने का माना जाता है
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